कोरटा में पैंथर का शिकार, पैर व दांत काटकर ले गए, खाल गली व शव में किडे पड़े
सुमेरपुर। उपखंड के कोरटा गांव से लखमावा रोड़ रपट के पास गत 23 अगस्त को एक मादा पैंथर का शव मिला। पैंथर का शव 10-15 दिन पुराना जिसकी खाल गल चुकी थी एवं शव में कीड़े पड़े थे। अज्ञात लोग पैंथर के चारो पंजे काट कर ले गए। मुख्य दांत समेत अन्य दांत भी जबड़े में नहीं थे। शव की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव को जलाया। वन विभाग ने अज्ञात के विरूद्ध मामला दर्ज कराया।
गौरतलब है कि जिले में पेंथरों पर खतरा मंडरा रहा है। गत 30 जुलाई को सेंदड़ा में मृत पैंथर मिला। 24 अगस्त को बेडा व कुमटिया की सरहद पर 3 साल के पैंथर का क्षत-विक्षत शव मिला। शिकारी सक्रिय हो गए है लेकिन इनके खिलाफ वन विभाग की ओर से कोई कठोर कार्रवाई नहीं होने से इनके हौंसले बुलंद है। कोरटा पहाड़ी पर एक परिवार के करीब 5 पेंथरों का निवास है। गत 23 अगस्त को कोरटा-लखमावा रोड़ पर रपट के पास 2 वर्षीय मादा पैंथर का शव मिलने की सूचना सरपंच गजेन्द्रसिंह द्वारा वन विभाग को दी गई। सूचना पाकर क्षेत्रीय वनअधिकारी पुष्पेन्द्रसिंह राजपुरोहित, वनपाल प्रदीपसिंह, वन रक्षक चक्रवर्तीसिंह सहित टीम मौके पर पहुंची व छड़ चुके शव को कब्जे में लेकर जाखानगर वन चौकी लेकर गए।
वन विभाग ने पशु चिकित्सा अधिकारी डा. हरीश निराला, संतोष कुमार कोलीवाड़ा व योगेश कुमार खिवांदी मेडिकल टीम से शव का पोस्टमार्टम करवाया। जिसके बाद पाना बाला में एसडीएम हरिसिंह देवल व पुलिस उप निरीक्षक विनीता डब्ल्युसीसी सदस्य दिलीप सोलंकी की देखरेख में शव को जलाया गया।
चिकित्सकों ने बताया कि शव करीब 10-15 दिन पुराना है। शव पुरी तरह से गल चुका व कीड़े पड़ चुके थे। चारों पंजे कटे हुए व 28 में से 6 दांत ही जबड़े में मिले। वन विभाग ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।
एक माह में तीन पैंथर मृत मिले
जिले में पिछले एक महीने की बात करें तो तीन पैंथर मृत अवस्था में पाए गए। गत 30 जुलाई को सेंदड़ा वन क्षेत्र में अमरपुरा के पास पांच दिन से मृत पड़े पैंथर की मोहन सिंह द्वारा गर्दन काट दी गई थी। उस समय ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि शिकायत करने के पांच दिन तक वन विभाग की टीम नहीं पहुंची थी। वहीं गत 25 अगस्त को भी बेडा व कुमटिया सरहद पर पैंथर का शव मिला। मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया गया जिसमें शव 25 दिन पुराना व शव के अगले पैर, जबड़ा, पिछले नाखुन और सिर कटा हुआ था। दोनो अगले पेरों के बीच में देशी छर्रे के घुसने के निशान मिले थे। जिससे संभावना जताई जा रहीं थी कि पैंथर का शिकार किया गया। अब कोरटा के पास एक ओर पैंथर का शव मिला। जिसके चारो पंजे कटे हुए थे व जबड़े मेें दांत नहीं थे।
वन्यजीवों की हत्या पर 3 से 7 साल कठोर कारावास जानवरों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए भारत सरकार ने वर्ष 1972 में भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम पारित किया था। इसका मकसद वन्य जीवों के अवैध शिकार, मांस और खाल के व्यापार पर रोक लगाना था। इसमें वर्ष 2003 में संशोधन किया गया जिसका नाम भारतीय वन्य जीव संरक्षण (संशोधित) अधिनियम 2002 रखा दिया गया। इसमें 3 से 7 साल का कठोर कारावास कर दिया गया है। लक्ष्मण पारंगी, वन्यजीव विशेषज्ञ, सुमेरपुर।
पैंथर का शव मिला जिसकी तफ्तीश जारी है। क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है। पुष्पेन्द्रसिंह राजपुरोहित, क्षेत्रीय वन अधिकारी, सुमेरपुर
24/7 कंट्रोल रूम, हेल्पलाइन नंबर जारी, शिकायत पर इनाम मिलेगा
वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए वन मंडल पाली ने कंट्रोल रूम बनाया है। जिसका नंबर (9257570313) है। कंट्रोल रूम 24 घंटे चलेगा। वन्यजीव शिकार संबंधी सूचना पर निर्धारित इनाम दिया जाएगा। हेल्पलाइन नंबर का संचालन सहायक वन संरक्षक और उप वन संरक्षक संचालन करेंगे। शिकायत पर संबंधित रेंजर को तुरंत मौके पर भेजा जाएगा।
शिकार की आंशका पर सूचना के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर
क्षेत्रीय वन अधिकारी सुमेरपुर 9414811139
क्षेत्रीय वन अधिकारी बाली 8769714678
क्षेत्रीय वन अधिकारी देसूरी 8104455586
क्षेत्रीय वन अधिकारी सेंदड़ा 7976184033
क्षेत्रीय वन अधिकारी सोजत 9079249551
क्षेत्रीय वन अधिकारी मारवाड़ जंक्शन 8003015361
क्षेत्रीय वन अधिकारी पाली 9079249551