- देशभर से आई झांकियां विशेष आकर्षण का केन्द्र रहीं, 20 हजार से अधिक लोगों ने शोभायात्रा में शिरकत की - एक छोर से दुसरे छोर की लंबाई 2 किमी रहीं, 6 ट्रेलर, 7 रथ, 5 डीजे के साथ कई वाहन शामिल थे - 3 किमी का सफर साढ़े 5 घंटे में तय कर ठाकूरजी पहुंचे नीलकंठ महादेव मंदिर, स्नान कर पुन मंदिर पहुंचे - हजारों लोग अति सुंदर झांकियों के दृश्यों को अपने मोबाइल कैमरे में कैद करते दिखाई दिए
सुमेरपुर। नगर में श्री जागनाथ महादेव मंडल (छत्तीस कौम) के तत्वावधान में सोमवार को जल झूलनी एकादशी पर निकाली गई शोभायात्रा (रेवाड़ी) में धार्मिक आस्था चरम पर रहीं। शोभायात्रा में इस बार भारी जनसैलाब उमड पड़ा। शोभायात्रा को लेकर नगर समेत आस-पास क्षेत्र के लोगों में सवेरे से ही खासा उत्साह दिखाई दिया।
जागनाथ महादेव मंदिर परिसर से हमेशा की तरह करीब घंटे भर देरी से दोपहर 2 बजे डीजे व नासिक ढोल के साथ शोभायात्रा रवाना हुई। शोभायात्रा में ठाकुरजी की रेवाडियो के साथ सुसज्जित हाथी, घोड़े व ऊंटों के अलावा देश भर से आई विभिन्न देवी-देवताओं की झांकियां 40 फीट लंबे 6 ट्रेलरों में शोभा बढा रही थी। श्रद्धालुजन डीजे व ढोल-तासों की मधुर ध्वनि के साथ चल रहे थे। ट्रैक्टर-ट्रोली में भजनों के साथ श्रद्धालु नाचते-गाते चल रहे थे। वहीं युवा ऊंट गाडियों में बैठकर गुलाल उडाते हुए जयकारे लगाते नजर आए। रास्ते में विभिन्न मंदिरों से आई रेवाड़ियां भी शोभायात्रा में शामिल हुई। महिलाओं ने अपने बच्चों को रेवाडियों के नीचे से निकालकर ठाकूरजी से अपने परिवार को स्वस्थ रखने की कामना की।
शोभायात्रा भैरू चौक से गुजरती हुई मुख्य बाजार, गांधी मूर्ति, पुराना पाली बस स्टेण्ड, राजगुरू सर्कल, जैन बोल्डिंग होते हुए जवाई नदी तट पर स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर पहुंची। जहां नदी तट पर सभी रेवाडियों को विराजित किया गया और विधि-विधान के साथ ठाकुरजी को नहलाया गया। उसके बाद पूजा-अर्चना कर नए वस्त्र धारण करवाए गए। तत्पश्चात यहां से सभी पालकियां अपने-अपने गंतव्य स्थान की ओर रवाना हुई। पुलिस सहित आरएसी व होमगार्ड के जवानो ने मौके पर तैनात रहकर यातायात व सुरक्षा व्यवस्था बहाल की।
40 फीट लंबे 6 ट्रेलरों पर झाकियां आकर्षण का केन्द्र रही शोभायात्रा में देशभर से बुलाई गई विभिन्न पार्टियों की विशेष झांकिया आकर्षण का केंद्र रहीं। इसमें मनोज रिया एण्ड पार्टी द्वारा नंदी पर शिव बारात की झांकियांे की प्रस्तुतियां दी। केरला की झांकी, लक्की शालू जटाधारी, पंजाब की भटिंडा बैंड भी आकर्षण का केन्द्र रहें। वहीं 40-40 फीट लंबे 6 ट्रेलर पर उज्जैन के कलाकारों द्वारा त्रिनेत्रधारी महादेव के नेत्र से अग्नि प्रज्जवलित एवं भस्म आरती, दिल्ली के कलाकारों द्वारा भगवान भोलेनाथ श्मशान वैरागी भस्मी तांडव व अघौडियांे द्वारा नृत्य एवं केरल के कलाकारों द्वारा नवदुर्गा के अलग-अलग रूप व महाकाली के विकराल रूप मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहें। इसके साथ ही शोभायात्रा में हाथी, ऊट, घोड़े एवं विभिन्न प्रकार के रथ की सवारी भगवान के स्वांग रचे कलाकार शोभायात्रा की शान बढा रहें थे। पुरे शोभायात्रा मार्ग पर लोग दूकानों के बाहर बैठ गए व झांकिया देखने के लिए आतूर दिखे। यात्रा 3 किमी का सफर कर साढे 5 घंटे में नदी किनारे पहुंची देवनगरी स्थित जागनाथ महादेव मंदिर से दोपहर करीब 2 बजे शोभायात्रा रवाना हुई। जो देवनगरी से शनिमहाराज मंदिर, खेडा देवी मंदिर से होते हुए भैंरूचौक पंहुची। वहां से मेहता प्याऊ, गांधी मूर्ति, पुराना पाली बस स्टेण्ड, मंगल कलश चौराह, जैन बोर्डिंग होते हुए अपने गंतव्य स्थान नदी किनारे नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर साढे पांच घंटे का सफर तय कर शाम साढे 7 बजे पहुंची। इस दौरान विभिन्न मंदिरो से आई रेवाडियां भी शोभायात्रा में शामिल हुई।
2 किमी लंबी यात्रा, करीब 20 हजार श्रद्धालुओ ने लिया भाग
नगर की रेवाड़ी विशेष आकर्षण का केन्द्र रहती है। जिसके चलते दूर-दूर से लोग देखने आते है। इस बार भी विशेष झांकियों, गैर नृत्य, नासिक ढोल व विभिन्न झाकियों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से सभी का मन मोह लिया। जवाई बांध के भराव की खुशी के चलते ग्रामीणों ने भी शोभायात्रा में बढचढ़ कर भाग लिया। यह शोभायात्रा एक छोर से दूसरे छोर तक करीब 2 किलोमीटर लंबी थी। शहर सहित आस-पास क्षेत्र से करीब 20 हजार से अधिक की तादात में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर शोभायात्रा में चार चांद लगाए।
संगठनों ने शीतल पेजयल व शर्बत की व्यवस्था की
देवझूलनी ग्यारस पर आयोजित शोभायात्रा कार्यक्रम अपने चरम पर था। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर शोभायात्रा में भाग लिया। आयोजन के दौरान व्यापारीयों व विभिन्न सामाजिक संगठनों ने यात्रा मार्ग पर जगह-जगह स्टॉल लगाएं एवं श्रद्धालुओं की सेवा-सुश्रूषा करने में तत्पर दिखाई दिए। खेडादेवी के समीप खेड़ादेवी मित्र मंडल, भैरूचौक पर श्री ब्राह्मण स्वर्णकार युवा मंडल, श्री हनुमान जन्मोत्सव समिति, हनुमानजी मंदिर पर श्री जीणमाता सेवा समिति, मेहता प्याऊ पर लॉयंस क्लब सुमेरपुर जवाई, मुख्य बाजार में नमो ग्रुप, गांधी मूर्ति पर रायका युवा ग्रुप व नवयुवक मंडल, उषापुरी गेट के सामने माली समाज नवयुवक मंडल उंदरी, पुराना पाली बस स्टेण्ड पर व्यापारीगण, राजगुरू सर्कल पर ... क्रांति रंगमंच मैदान के पास मेसर्स हरीशचंद्र रमेशचंद्र, मंदिर परिसर में निलकंठ सेवा मंडल समेत विभिन्न स्थानों पर सामाजिक, धार्मिक, स्वंयसेवी व व्यवसायिक संगठनों ने शीतल पेजयल व शर्बत की व्यवस्था की। छत्तीस कौम के लोगों ने आयोजन में उत्साह के साथ भाग लेकर धार्मिक आस्था का परिचय दिया।



