शिवगंज, पुलिस थाना परिसर में "गौरेया आओ ना" अभियान के तहत परिंडा भरो कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गौरेया संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देना था।
पुलिस उपाधीक्षक पुष्पेन्द्र वर्मा और पुलिस निरीक्षक बाबुलाल राणा ने थाना परिसर में नीम के पेड़ पर परिंडा बांधकर गौरेया संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर पर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत, सी.ए चेतन अरोड़ा और राजेश कुमार मालवीया ने नौ ए.एम. फुल का पौधा पुलिस अधिकारियों को भेंट कर उनका स्वागत किया।
"युज वेस्ट-पर्यावरण बेस्ट" का संदेश
पुलिस उपाधीक्षक पुष्पेन्द्र वर्मा ने कहा कि "एक व्यक्ति, एक पौधा मिशन" पर्यावरण और पशु-पक्षियों के संरक्षण के लिए एक अनुकरणीय पहल है। इस मिशन के तहत वेस्ट वस्तुओं से गौरेया हाउस बनाने और उनका उपयोग करने की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के दौरान 30 परिंडे पुलिस जवानों को वितरित किए गए और सभी से नियमित रूप से पानी भरने का संकल्प लिया गया। गर्मी के मौसम में विलुप्त होती गौरेया का संरक्षण अनिवार्य है, क्योंकि यह पक्षी फसलों के लिए लाभकारी होती है और कीट-पतंगों का भोजन कर फसल सुरक्षा में मदद करती है।
गौरेया संरक्षण के उपाय
घर की बेकार वस्तुओं से गौरेया हाउस बनाएं – गौरेया मानव के करीब रहना पसंद करती है, इसलिए उन्हें कृत्रिम घोंसले उपलब्ध कराए जाएं।
परिंडा लगाएं और पानी भरने की सकारात्मक सोच अपनाएं – अगर लोग सार्वजनिक प्याऊ से पानी पीने की उम्मीद करते हैं, तो परिंडे में पानी भरना भी सामूहिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।
500 गौरेया हाउस वितरण का लक्ष्य
"एक व्यक्ति, एक पौधा मिशन" के तहत इस वर्ष 500 गौरेया हाउस और परिंडे वितरण का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से अब तक 280 गौरेया हाउस वितरित किए जा चुके हैं। इस अभियान में भामाशाहों (समाजसेवकों) का विशेष योगदान रहा।
इस अवसर पर यातायात पुलिस हेड कांस्टेबल सदाराम मीणा, हेड कांस्टेबल भीम सिंह, कांस्टेबल टेकराम, लेखराज, गणपत, रणवीर सिंह, महिला कांस्टेबल अनीता, प्रमिला, चालक नेपाल सिंह, संविदा चालक केसुलाल, जेसाराम, सुरेश कुमार, राजेंद्र सिंह, दीपा अरोड़ा सहित कई पर्यावरण प्रेमी उपस्थित रहे।
"आओ मिलकर गौरेया संरक्षण में योगदान दें और पर्यावरण को हरा-भरा बनाएं!"