आरएएस परीक्षा में विश्वजीत सिंह ने चौथी रैंक हासिल कर परिवार सहित सुमेरपुर और जोधपुर का नाम रोशन किया है।
सुमेरपुर । राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं
संयुक्त प्रतियोगी (आरएएस) परीक्षा-2021 की मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी हो गया है। राजस्थान लोक सेवा आयोग
ने कुल 988
पदों के लिए प्रारंभिक, मुख्य एग्जाम के साथ इंटरव्यू कराए थे। इसमें प्रदेश के टॉप 10 में सुमेरपुर
महाराजा उम्मेदसिंह कृषि उपज मंडी सचिव पुरणसिंह जैतावत के पुत्र विश्वजीत सिंह ने
चौथी रैंक हासिल कर परिवार सहित जोधपुर का नाम रोशन किया है।
मूलत
जोधपुर निवासी विश्वजीत सिंह ने बताया कि मेरी इस बार चौथी रैंक आई है। इससे पहले
मैंने 281वीं रैंक हासिल की थी और सहकारिता विभाग में सहायक
रजिस्ट्रार के पद पर तैनात हुआ। इसके बाद भी मेरा सफर जारी रहा। विश्वजीत सिंह ने
बताया कि तैयारी के दौरान अस्थमा ने काफी परेशान किया। सर्दी में परेशानी बढ़ जाती
थी तो कई बार तैयारी भी छूट गई, इसके बाद भी तैयारी नहीं
छोड़ी। नौकरी में होने के बाद भी मन में कसक रह गई थी, आरएएस में टॉप करना है और फिर से हर दिन 8 घंटे की पढ़ाई शुरू की। हालत ये थी कि रिजल्ट तक नींद
नहीं आई। उन्होने बताया कि मेरा परिवार शुरू से ही सरकारी नौकरी में है। पिता
पूरणसिंह जैतावत कृषि विभाग में सुमेरपुर मंडी में सचिव पद पर कार्यरत हैं। बड़े
भाई महिपाल सिंह जैतावत बैंक कर्मचारी हैं। मेरा भी मन था कि सरकारी कर्मचारी
बनूं। साल 2016 से मैंने आरएएस की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने
बताया कि पढ़ाई में मुझे कभी समस्या नहीं आई। सेहत के कारण काफी परेशान रहा। बचपन
से ही मुझे अस्थमा की परेशानी थी। ऐसे में कई बार सर्दी के समय इससे परेशान रहता
था। पढ़ाई का रूटीन टूट जाता था। दिन में 8 घंटे
पढ़ाई का रूटीन बना रखा था। लेकिन अस्थमा के कारण कई बार इस टाइम को कम कर दिया।
लेकिन बीमारी को अपने पर हावी नहीं होने दिया। विषय भी बड़ा चौलेंज विश्वजीत ने
बताया कि मैंने बीटेक जयपुर एमएनआईटी से की। आरएएस की तैयारी में विषय काफी चौलेंज
के थे। लॉ व सहकारिता ऑडिट को पढ़ने पर ज्यादा जोर दिया। अन्य विषय में कोई परेशानी
नहीं आई थी। ऐसे में फोकस उन विषय पर ज्यादा था, जिन्हें
मैं मुश्किल से कवर कर सकता था ।