सुमेरपुर के प्रथम सरपंच एवं स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय बाबूलाल जी राजगुरु के पड़पौत्र सुभाष सिंह राजगुरु का विवाह भव्य समारोह में संपन्न हुआ। इस खुशी के मौके पर परिवारजनों, मित्रों और रिश्तेदारों के साथ ही कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
भव्य बंदौरी और ऐतिहासिक स्थल पर श्रद्धांजलि
शादी समारोह से पहले ऊषापुरी गेट स्थित आवास से पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ भव्य बंदौरी निकाली गई। इसमें ढोल-नगाड़ों की गूंज और घोड़ी पर सवार दूल्हे की शाही सवारी ने समूचे नगर में उत्साह का माहौल बना दिया। पारंपरिक वेशभूषा में सजे बारातियों ने नाच-गाने के साथ इस आयोजन को यादगार बना दिया।
इसके बाद दूल्हा सुभाष सिंह स्व. बाबूलाल जी राजगुरु की स्मृति में बने राजगुरु सर्किल पहुंचा, जहां उसने अपने परदादा को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनका आशीर्वाद लिया। यह क्षण पूरे परिवार के लिए अत्यंत भावुक और गौरवशाली रहा।
आशीर्वाद समारोह में जुटे बड़े राजनेता और उद्यमी
शादी संपन्न होने के बाद एक भव्य आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें पाली, जालोर और सिरोही जिलों के कई प्रतिष्ठित राजनेता, उद्यमी और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। समारोह में आए अतिथियों ने नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया।
इस मौके पर पारंपरिक राजस्थानी संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति ने भी सभी का मन मोह लिया। आयोजन स्थल को भव्य रूप से सजाया गया था, जिसमें आधुनिक थीम और पारंपरिक राजस्थानी सौंदर्य का मिश्रण देखने को मिला।
समाज और परिवार में हर्षोल्लास
राजगुरु परिवार की इस प्रतिष्ठित शादी को लेकर पूरे समाज में हर्ष और उल्लास का माहौल रहा। विवाह समारोह की भव्यता और पारंपरिक आयोजनों ने इसे यादगार बना दिया।
सुमेरपुर के नागरिकों ने भी इस ऐतिहासिक परिवार से जुड़े विवाह उत्सव में अपनी भागीदारी निभाते हुए नवदम्पति को शुभकामनाएं दीं।