जल संशाधन विभाग कार्यालय में अधिशाषी अभियंता गंगाराम सुथार की अध्यक्षता में जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों की बैठक आयोजित हुई। जिसमें अभी तक नहरों की मरम्मत नहीं किए जाने, जवाई बांध के गेट संख्या ज्यादा खोलने सहित अन्य मुद्दो पर चर्चा की गई।
सुमेरपुर। नगर के भैरूचौक स्थित जल संशाधन विभाग कार्यालय में मंगलवार को अधिशाषी अभियंता गंगाराम सुथार की अध्यक्षता में जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों की बैठक आयोजित हुई। जिसमें अभी तक नहरों की मरम्मत नहीं किए जाने, जवाई बांध के गेट संख्या ज्यादा खोलने सहित अन्य मुद्दो पर चर्चा की गई।
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बैठक में संगम अध्यक्ष नहर खोलने को लेकर चर्चा करते हुए |
जल उपयोक्ता संगम अध्यक्ष रघुवीरसिंह बिसलपुर ने बताया कि नहरों के रिपेयर के लिए अभी तक टेंडर नहीं हुए है। नरेगा के तहत नहरों की सफाई का कार्य करवाने के लिए 16 गांवों में से 8 गांव ही कलेक्टर ने स्वीकृत किए है। विभाग ने अभी तक कार्य करवाने की रूपरेखा तय नहीं की है। नहरे क्षतिग्रस्त हुई वहां मिट्टी बहकर चली गई है कहां से लाऐंगे। सिवायचक भूमि से मिट्टी लाने तहसीलदार से कोई परमीशन नहीं ली है। जवाई बांध के आधे-आधे इंच 6 फाटके खोलकर पिकनिक स्पोट बना दिया है।
उन्होंने एक्सईएन से कहा कि बडे डेम की फाटक कैसे खोली जाती है यह आपको पता नहीं है। इससे मेंटेनेंस बढ़ेगा। एक्सईएन से पुछा बताओं ज्यादा गेट क्यों खोले गए। पीछे रेनफॉल नहीं हुई फिर क्या कारण रहा। उन्होंने कहा कि मैं उसी दिन से कह रहा हूं कि एक-दो फाटक खोलकर निकासी करे। उन्होंने कहा कि पिछली बार भी मोगे तुडवा दिए। उल्टे सीधे काम करना बंद करें। उन्होंने बताया कि काश्तकारों की मांग है कि 25 अक्टुबर तक नहर खोली जाए। अब आप बताओं की नहर कब तक खोली जाएगी।
जिस पर एक्सईएन ने बताया कि कार्य की स्वीकृति मिलने पर पहला टेंडर 19 जुलाई 23 को टेंडर लगाए गए। पास नहीं हुआ फिर 25 अगस्त को लगाया गया। फिर पास नहीं हुआ तो 19 सितंबर को तीसरी बार टेंडर लगाया था जो 5 अक्टुबर को खुलेगा। 4 करोड़ से अधिक राशि का टेंडर हुआ है। बिपरजॉँय में हुए नुकसान का करीब 5 करोड़ का टेंडर लगाया है जो 9 अक्टुबर को खुलेगा।
बैठक में संगम अध्यक्ष नरपत सिंह मदेरणा, रतन चौधरी, लक्ष्मणसिंह बांगड़ी, दिनेश मीणा, भंवरसिंह राजपुरोहित दुजाना, इंदरसिंह गुडिया, विश्वेन्द्र ओझा दुजाना, लादूसिंह पावटा, जब्बरसिंह पादरली आदि मौजूद रहे।
नहरों को दुरस्त करवाने आज दिन तक टेंडर प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। 12 किमी तक नहरें क्षतिग्रस्त है। नहर कैसे शुरू होगी विभाग को पता नहीं है। विभाग कह रहा 20 दिन नहर चलाऐंगे बिना संगम उपयोक्ता अध्यक्षों की बैठक लिए बगैर कैसे तय कर दिया। अभी डेम पुरा भरा है। 1600 एमसीएफटी पानी नदी में छोड दिया। पीने व सिंचाई का पानी व्यर्थ बहा दिया। रघुवीरसिंह, जल संगम अध्यक्ष, बिसलपुर।