सुमेरपुर क्षेत्र में लोड शेडिंग के नाम पर काटी जा रही बिजली के जाने व आने का काेई समय नहीं रहता है। ऐसे में भीषण गर्मी में बुजुर्गाें, बच्बचो सहित सभी काे परेशानी झेलनी पड़ रही है। रीकाे क्षेत्र से जुड़वाने की मांग
सुमेरपुर। नगर सहित उपखंड क्षेत्र में बिजली कटाैती से जहां आमजन त्रस्त है। वहीं, उद्याेग चलाने वाले भी परेशान है। बार-बार बिजली कटाैती से आमजन का जीना मुहाल हाे गया है। लाेड़ शेडिंग के नाम पर काटी जा रही बिजली के जाने व आने का काेई समय नहीं रहता है। ऐसे में भीषण गर्मी में बुजुर्गाें, बच्चो सहित सभी काे परेशानी झेलनी पड़ रही है। पालडीजाेड़ स्थित सिटी वेल्स इंडस्ट्रीयल क्षेत्र में अघाेषित बिजली कटाैती इमिटेशन कारखानाें के संचालन पर संकट खड़ा हाे गया है। बिजली की समस्या का स्थाई समाधान करवाने की मांग काे लेकर इमिटेशन व्यापारियाें ने मुख्यमंत्री के नाम डिस्काॅम जेईएन जितेन्द्र कुमार काे ज्ञापन दिया। इस माैके पर हरिशंकर मेवाड़ा, सिटी ज्वेलर्स के भूपेन्द्र गाेयल, सुरेश साेनी, विक्रम, अल्केश आदि माैजूद थे।
बार-बार अघाेषित बिजली कटाैती से परेशान
विट्ठल हरि एग्राे प्राेटीन प्रा. लि., सिटी ज्वेलर्स इमिटेशन व्यापारी, धनवर्षा प्राेटीन प्रा.लि एवं इसमें कार्य करने वाले श्रमिक सिटी ज्वेलर्स इंडस्ट्रीयल पार्क के बाहर धरने पर बैठ गए। इमिटेशन ज्वेलरी व्यपारियाें ने बताया कि वे प्रवासी व्यवसायी मलाड, मुम्बई में अपना इमिटेशन ज्वेलरी के निर्माण का व्यवसाय करते थे। लेकिन कोरोना काल में प्रवासी व्यवसायी यहां सुमेरपुर के ग्राम पालड़ी जोड़ में सिटी ज्वेलर्स इंडस्ट्रीयल पार्क प्रा लि. में अपना व्यवसाय चलाते हैं। यहां विगत सात महीने से करीब 16 कारखाने चालू है, जहां इमिटेशन ज्वेलरी का निर्माण किया जाता है, जिनमें गांव की करीब 500 महिलाएं व लड़कियां काम कर अपना रोजगार चलाती है। इतने ही नहीं लाेग यहां से माल ले जाकर घर पर कार्य करते हैं, जिन्हें भी राेजगार मिल रहा हैं।
राेजाना 4-5 घंटे बिजली कटाैती, कारखाने बंद हाेने की कगार पर
यहां चल रहे कारखानाें में राेजाना करीब 4 से 5 घंटे बिजली की कटौती हो रही है। जिसे लेकर कई बार डिस्काॅम में शिकायत की, लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है। इमिटेशन ज्वेलरी का निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है। रोजाना हाे रही कटौती से कारखाना मालिकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। एेसा ही रहा ताे प्रवासी व्यवसायी अपने कारखाने बंद कर अपने व्यवसाय पुनः मलाड, मुम्बई शिफ्ट करने की सोच रहे हैं तथा ग्राम पालड़ी जोड़ में अन्य नए कारखाने लगाने वाले व्यवसायी भी प्रोत्साहित नहीं हो पा रहे हैं। कारखाने बंद हुए ताे यहां के सैकड़ाें लाेगाें पर राेजी राेटी का संकट खड़ा हाे जाएगा। उन्हाेंने बिजली समस्या के स्थायी समाधान की मांग की।
सैकड़ाें श्रमिकाें पर राेजगार का संकट
विट्ठल हरि एग्राे प्राेटीन प्रा. लि.,सिटी ज्वेलर्स इमिटेशन व्यापारी, धनवर्षा प्राेटीन प्रा.लि में आसपास क्षेत्र से हजाराें की तादाद में ग्रामीण श्रमिक कार्य करते हैं। बार-बार बिजली कटाैती से इन श्रमिकाें की राेजी-राेटी पर भी संकट खड़ा हाे गया है। बिजली कटाैती ऐसे ही हाेती रहीं ताे आने वाले समय में इनका भी राेजगार छीन सकता है।