सुमेरपुर। परिवहन विभाग सुमेरपुर की ओर से 11 से 25 दिसंबर तक चलाए जा रहे सड़क सुरक्षा अभियान के तहत गुरुवार को नगर में विभिन्न स्तरों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना तथा आमजन को यातायात नियमों के प्रति जागरूक कर सुरक्षित सड़क संस्कृति को बढ़ावा देना है।
इसी क्रम में वाइब्रेंट शिक्षण संस्थान
में बालवाहिनी वाहनों के चालकों की विशेष कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में
बालवाहिनी संचालन से जुड़े नियमों की विस्तार से जानकारी दी गई। चालकों को वाहन की
नियमित फिटनेस जांच, निर्धारित क्षमता से अधिक बच्चों को न
बैठाने, वाहन की गति नियंत्रित रखने, बच्चों को सुरक्षित तरीके से चढ़ाने-उतारने तथा विद्यालय परिसर
के आसपास विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने कहा कि बालवाहिनी
चालकों की सतर्कता सीधे तौर पर बच्चों की सुरक्षा से जुड़ी हुई है, इसलिए नियमों की पालना में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं
बरती जानी चाहिए।
इसके साथ ही परिवहन कार्यालय सुमेरपुर
में लाइसेंस बनवाने आए आवेदकों को सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाई गई। वाहन चालकों को
फूल भेंट कर यातायात नियमों के पालन के लिए प्रेरित किया गया, जिससे सकारात्मक और प्रेरणादायक वातावरण के माध्यम से सड़क
सुरक्षा का संदेश आमजन तक पहुंचे।
आगे
भी जारी रहेंगे जागरूकता कार्यक्रम
जिला
परिवहन अधिकारी अनूप चौधरी ने बताया कि सड़क सुरक्षा अभियान के तहत आगामी दिनों
में भी निरंतर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि दुर्घटना
संभावित स्थलों, प्रमुख सड़कों और चौराहों पर बिना
हेलमेट व सीट बेल्ट वाहन चलाने वालों को रोककर समझाइश दी जाएगी। साथ ही विद्यालयों,
महाविद्यालयों एवं कोचिंग संस्थानों में बालवाहिनी वाहनों के
चालक, वाहन स्वामी, स्कूल
संचालक और अभिभावकों को यातायात नियमों की जानकारी देकर उनकी सख्ती से पालना करने
के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग का उद्देश्य केवल चालान करना नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक को सड़क सुरक्षा के प्रति जिम्मेदार बनाना है, ताकि दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके और सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।

