सुमेरपुर। विधायक जोराराम कुमावत ने क्षेत्र में चल रही लोड सेटिंग के नाम पर हो रही अघोषित बिजली कटौती के बारे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अवगत करवाकर उनके अतिशीघ्र समाधान करवाने की मांग की। विधानसभा सुमेरपुर के ग्रामीण क्षेत्रों व सुमेरपुर तखतगढ नगरपालिका क्षेत्र में पिछले 15-20 दिनों से अघोषित बिजली कटौती जारी है। शाम 6 बजे से रात्रि 1 बजे तक 5-6 घंटे की लोड सेट के नाम पर अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। दिन में भी बिना सूचना के ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू बिजली काट दी जाती है।
विधायक ने बताया कि वर्तमान में उमस की गर्मी ने दस्तक दे दी है और बिजली कटौती भी शुरू कर दी। ऐसी परिस्थिति में बिना बिजली के घरो व कार्यालयों में आम आदमी के बैठना भी मुश्किल हो रहा है। बिजली कटौती के कारण गांवों में मौसमी बिमारियों का भी लगातार प्रकोप जारी है। अघोषित बिजली कटौती से आमजन त्रस्त है। बिजली विभाग के उच्च स्तरीय अधिकारियों से वार्ता करने पर उनके द्वारा लोड सेटिंग का हवाला दिया जाता है और जयपुर स्तर से कटौती का बहाना बना दिया जाता है। सरकार बिजली के यूनिट फ्री करने के नाम पर लोगो में वाहवाही लूटने का प्रयास कर रही है, वही इस तरह की कटौती से आमजन को परेशान कर रही है। फ्री योजनाओं पर पैसा खर्च, आवश्यक सुविधाओं से मोहताज यहाँ बिजली विभाग के पास आवश्यक संसाधन जैसे मीटर, तारो, थ्री फेज बिजली कनेक्शन जैसे संसाधनों की कमी है और विभागीय अधिकारी सरकार से बजट की कमी बता रहें है। वही सरकार द्वारा फ्री बिजली यूनिट, फ्री फ़ूड पैकेट और मोबाइल वितरण जैसी योजनाए चलाकर अनर्गल पैसा खर्च कर रही है।
विधायक कुमावत ने स्पष्ट किया कि सरकार फ्री की स्कीमों का मायजाल जनता को न दिखाए, उसके बदले जनता की आवश्यक सुविधा बिजली, पानी और सड़क पर सरकार ध्यान दे तो एक अच्छे सिस्टम का निर्माण किया जा सकेगा। साथ ही सरकार द्वारा चुनाव से पहले बिजली नहीं दरे बढाने का वायदा किया था, उसके एवज में सरकार ने मीटर किराया, स्थाई सेवा शुल्क, सरचार्ज, यूनिट रेट सहित 12 बार बिजली की दरे बढाई है। उन दरों को घटाने की आवश्यकता है।