सुमेरपुर । बांग्लादेश में हिंदू समाज पर हो रहे उत्पीड़न व अत्याचार के विरोध में सुमेरपुर पूर्णतया बंद रहा । बंद के दौरान हिंदू जन आक्रोश रैली निकाली गई। जो प्रातः 9बजे भैरू चौक पर एकत्र आकर आर्यसमाज रोड होते, जवाई बांध मार्ग ,पोस्ट ऑफिस , मैन बाजार होते मेहता प्याऊ मैंन बाजार पर धर्म सभा का आयोजन किया गया
जहां सर्व हिंदू समाज की ओर से धर्म सभा को संत शिवराम दास महाराज ,केबिनेट
मंत्री जोराराम कुमावत, विहिप जिला मंत्री शैतान सिंह बिरोलिया, हिन्दू जागरण मंच प्रांत संयोजक शेर सिंह
मेवाड़ा , राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ मोहन रावल , बीजेपी के युवा नेता दीपक भाटी, व्यापार संघ अध्यक्ष पुखराज कुमावत, विहिप के खेताराम सुथार, मातृशक्ति से जय त्रिवेदी,ललित भारती महाराज,भंवर देवड़ा, एडवोकेट गणपत सिंह राजपुरोहित , महिपाल
सिंह राजपुरोहित, महेंद्र गहलोत,अरविंद सिंह राजपुरोहित, आर्य
समाज से केशव देव ,पार्षद प्रेम चंद बरुत ,दलपत देवड़ा, बीजेपी नगर अध्यक्ष महेंद्र माली ,संघ के नगर कार्यवाह राजवीरसिंह ने संबोधित किया।
वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा बांग्लादेश में हिन्दू समाज पर हो रहे अत्याचार को वहां की अंतरिम सरकार रोके अन्यथा भारत सरकार से मांग करते है कि बांग्लादेश सरकार के विरुद्ध अंतराष्ट्रीय स्तर पर कार्यवाही करे। सभा के बाद आक्रोश रैली के रूप में राजगुरु सर्किल पर राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया व उपखंड कार्यालय पहुंच कर राष्ट्रपति के नाम उपखंड अधिकारी हरि सिंह देवल को ज्ञापन दिया जिसमें ज्ञापन सर्व हिंदू समाज के सदस्यों ने कहा है कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ अपना गहरा आक्रोश और विरोध प्रकट करने के लिए यह ज्ञापन प्रस्तुत कर रहे हैं
हम सभी यह देखकर अत्यंत दुखी है कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के
धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों का हनन हो रहा है वहां के हिंदू मंदिरों, मूर्तियां और पूजा स्थलों को तोड़ा जा रहा है
और हिंदू परिवारों पर जानलेवा हमले किए जा रहे हैं। हिंदुओं की लिंचिंग का मनाया
जा रहा जश्न हमें बहुत परेशान करने वाली घटनाएं देखने को मिल रही है, जिसमें मेहरपुर स्थित एक इस्कॉन मंदिर को जलाना
देशभर में कई हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ और हिंदुओं की लिंचिंग का जश्न मनाते हुए
दंगाइयों के वीडियो शामिल है।
इन घटनाओं से न केवल बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं की धार्मिक
स्वतंत्रता का हनन हो रहा है बल्कि उनका सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन भी संकट में
पड़ गया है पड़ोसी मुल्क में अब अंतरिम सरकार तो बन गई है लेकिन वह भी मुक्त दशक
बनी बैठी है ।
हमारा यह मानना है कि बांग्लादेश की सरकार को इस प्रकार के
अत्याचारों को रोकने के लिए त्वरित और ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि वहां के हिंदू
समुदाय को सुरक्षा मिल सके और वह बिना किसी भय के अपने धार्मिक और सांस्कृतिक
अधिकारों का पालन कर सके ।साथ ही बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के
खिलाफ भारतीय संसद में प्रस्ताव लाकर हमले रूकवाये जावे।
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय
पर बढ़ती हिंसा और उत्पीड़न पर हम अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हैं हाल की घटनाओं
ने इस क्षेत्र में हिंदुओं के खिलाफ लक्षित हिंसा के एक नए और खतरनाक पैटर्न की और
वैश्विक ध्यान आकर्षित किया जाना आवश्यक है
आग्रह किया हैं कि इस ज्ञापन को सरकार के उच्च अधिकारियों तक
पहुंचाया जाए और बांग्लादेश सरकार से आग्रह किया जाए कि वह हिंदू समुदाय की
सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए तुरंत कार्रवाई करें । बंद के आह्वान
में नगर के अभी स्वयंसेवी संगठन,विभिन्न
समाज प्रमुख, सामाजिक, धार्मिक,राजनेतिक,गैर
राजनेतिक संगठन,व्यापार संघ समस्त एसोसियेशन के पदाधिकारी
कार्यकर्ताओं ने भाग लिया जिसमें जगन्नाथ महादेव मंडल 36कॉम अध्यक्ष शांतिलाल देवड़ा, धर्म जागरण मंच के शंकर सिंह सोकड़ा,विहिप जिला अध्यक्ष वनाराम चौधरी बाली,बजरंगदल की जिला संयोजक श्रीपाल सिंह देवड़ा, डूंगाराम प्रजापत, शैतानसिंह जाखोड़ा , अशोक गहलोत ,कुमावत समाज से नारायण कुमावत, नटवर
रामीणा, रविकांत रावल, अमृत माली ,
रमणीक त्रिवेदी, पुनाराम कुमावत, अमृत
सिसोदिया, दुर्गावाहिनी जिला संयोजिका सेजल वैष्णव, लविना मालवीय ,भोलाराम बंजारा, डायाराम गाडोलिया, पदम
सिंह ,रतन पूरी गोस्वामी, सहित हजारों लोगों ने रैली व धर्म सभा में भाग
लिया।