जवाई बांध: पश्चिमी राजस्थान की जीवन रेखा
पश्चिमी राजस्थान की जीवन रेखा कहे जाने वाला जवाई बांध अपनी पूर्ण भराव क्षमता के नजदीक पहुंच गया है। सोमवार सुबह को 7000 एमसीएफटी के साथ जवाई का गेज 60 फीट पहुंच गया है। जवाई बांध भराव क्षमता से अब मात्र 1.25 फीट दूर है। यह बांध न केवल जल संचयन का स्रोत है, बल्कि आसपास के क्षेत्र की कृषि और वन्यजीवों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अद्भुत दृश्य
वन्यजीव विशेषज्ञ लक्ष्मण पारंगी ने ड्रोन के माध्यम से लिए गए 360 डिग्री एंगल के फोटोज में जवाई बांध का अद्भुत नजारा कैद किया है। ये फोटोज भास्कर के पाठकों के लिए उपलब्ध कराए गए हैं, और इनमें बांध का सौंदर्य और प्राकृतिक वातावरण बखूबी दिखाई दे रहा है।
जल स्तर
बांध में जल स्तर बढ़ने से क्षेत्र की कृषि में सुधार हुआ है, जिससे स्थानीय किसानों को लाभ हो रहा है। इस बांध के पानी से सिंचाई के लिए आवश्यक जल उपलब्ध होता है, जिससे फसलों की उत्पादन क्षमता बढ़ती है।
वन्यजीव संरक्षण
जवाई बांध के आस-पास का क्षेत्र वन्यजीवों के लिए भी महत्वपूर्ण है। यहां कई प्रजातियों के वन्यजीव निवास करते हैं, और बांध का जल उन्हें जीवनदायिनी स्रोत प्रदान करता है।
इस प्रकार, जवाई बांध न केवल जल संरक्षण का एक साधन है, बल्कि यह पर्यावरण संतुलन और स्थानीय विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। लक्ष्मण पारंगी के द्वारा कैद किए गए फोटोज ने इस बांध की सुंदरता को और भी उजागर किया है।