- समर्थ सखी योजना, इंदिरा रसोई योजना-ग्रामीण, एकीकृत खेती क्लस्टर कार्यक्रम और डिजिटल सखी योजना का शुभारम्भ
- राजीविका से जुड़ी महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री ने की बड़ी घोषणाएं
- 702 करोड़ राशि के चेक किये प्रदान
- सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं का हुआ सम्मान
पाली । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजीविका जैसे कार्यक्रमों से महिलाओं का सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण हो रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व कार्यकाल में अजमेर जिले से स्वयं सहायता समूहों की शुरूआत की गई। आज वह प्रयास इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में वृहत रूप में सबके सामने है। राजीविका से जुड़कर महिलाएं विभिन्न प्रकार के उद्यमों एवं नवाचारों में भाग ले रही है, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्हें अपनी क्षमताओं एवं संविधान प्रदत्त अधिकारों की पहचान हुई है। सहकारिता की भावना से कार्य करते हुए राजीविका समूहों से जुड़ी महिलाएं आज प्रदेश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी जनकल्याणकारी योजनाओं से हर वर्ग को लाभान्वित कर रही है। राज्य में लगभग 1 करोड़ लोगों को न्यूनतम 1000 रुपये सामाजिक सुरक्षा पेंशन, निशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट, 500 रुपये में गैस सिलेण्डर जैसी योजनाओं से आमजन को राहत दी जा रही है। महिलाओं के लिए उड़ान योजना के अंतर्गत निःशुल्क सेनेटरी नैपकिन, रोड़वेज बस किराये में 50 प्रतिशत छूट, इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के अंतर्गत इंटरनेट युक्त निःशुल्क स्मार्टफोन, आरटीई के तहत 12वीं तक छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा, नई महिला नीति लागू करने, सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण, मकान के खरीद-बेचान में रजिस्ट्री महिला के नाम से होने पर शुल्क में छूट देने जैसे निर्णय लिए गए हैं। अनिवार्य एफआईआर की नीति से महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अत्याचारों में कमी आई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2030 तक राजस्थान को को देश का अग्रणी राज्य बनाना हमारा ध्येय है। इसमें राजीविका से जुड़ी महिलाओं की भूमिका भी महत्वपूर्ण रहेगी।
मुख्यमंत्री ने किया विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने समर्थ सखी योजना, इंदिरा रसोई योजना (ग्रामीण), एकीकृत खेती क्लस्टर (आईएफसी) कार्यक्रम एवं डिजिटल सखी योजना का शुभारंभ किया। डिजिटल सखी योजना के तहत महिलाओं को चरणबद्ध रूप से डिजिटल प्रशिक्षण दिया जाएगा। एकीकृत खेती क्लस्टर कार्यक्रम के द्वारा महिला किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने की घोषणाएं
- राजीविका कैडर से जुड़ी महिलाओं के मानदेय में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी।
- राजीविका से जुड़ी महिलाओं को कृषि एवं गैर कृषि क्षेत्र में 1000 करोड़ रुपये का ब्याजमुक्त ऋण दिया जाएगा।
- राजीविका से जुड़ी महिलाएं 2.5 प्रतिशत की जगह शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर स्कूटी खरीद पाएंगी।
- उड़ान योजना के अंतर्गत सेनिटरी नैपकिन की पूरी सप्लाई एवं बनाने का कार्य चरणबद्ध रूप से राजीविका को सौंपा जाएगा।
- इंदिरा रसोई योजना-ग्रामीण के अंतर्गत 1000 रसोईयों का संचालन एवं प्रबंधन राजीविका स्वयं सहायता समूहों द्वारा किया जाएगा।
कार्यक्रम में प्रदेश भर की सखियां वर्चुअल रूप से जुड़ी रही। पाली में यह कार्यक्रम माली समाज भवन में आयोजित हुआ।
इस अवसर पर संभागीय आयुक्त श्रीमती वंदना सिंघवी बीसूका उपाध्यक्ष श्री अज़ीज़ दर्द, रोहट प्रधान श्रीमती सुनीता कँवर राजपुरोहित, पार्षद श्री भँवर राव, श्री आमीन अली रंगरेज़, श्री सन्तोखसिंह बाजवा, श्री आनन्द सोलंकी, श्री रघुनाथसिंह राठौड, श्री जयसिंह राजपुरोहित, श्री शहजाद शेख, श्री जोगाराम सोलंकी, श्री मांगीलाल गांधी , जिला परिषद सीईओ श्रीमती दीप्ति शर्मा, जिला रसद अधिकारी श्रीमती पूजा सक्सेना समेत विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे।
जिले में राजीविका के तहत उल्लेखनीय कार्य करने वाली 18 सखियों का हुआ सम्मान।
कार्यक्रम में पाली जिले में राजीविका के तहत स्वयं सहायता समूह के जरिए उल्लेखनीय कार्य करने वाली अट्ठारह सखियों को संभागीय आयुक्त श्रीमती वंदना सिंघवी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और समस्त सखियों का उत्साहवर्धन किया।
इनका हुआ सम्मान -
सीमा शर्मा क्लस्टर मैनेजर, पूजा प्रजापति बैंक सखी, नसीम बानो कलस्टर कोऑर्डिनेटर, मंजू सरगरा क्लस्टर मैनेजर, भंवर कंवर कृषि सखी, बसु बाई कृषि सखी, आशा चौहान बैंक सखी, मनीषा राठौड़ डाटा एंट्री सखी, अंजू क्लस्टर मैनेजर, आसकी देवी पशु सखी, संतोष देवी कृषि सखी, सुमित्रा सखी, भानुमति समूह सखी,सुमित्रा डाटा एंट्री सखी, संतोष अरोड़ा समूह सखी, सुनीता कंवर समूह सखी, हिना बैंक सखी, दीपा मिनी सीआरपी को सम्मानित क़िया।