सुमेरपुर में शुक्रवार दोपहर को जवाई बांध के मुख्य नहर के चैनल गेट को खोला गया। इस अवसर पर एसडीएम कालूराम कुम्हार, जल संसाधन विभाग के अधिकारी, जल उपभोक्ता संगम के अध्यक्ष और किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयेंद्रसिंह गलथनी सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि और किसान मौजूद थे। नहर खोलने से पहले पूजा-अर्चना भी की गई। इसके बाद सिंचाई के लिए 4400 एमसीएफटी पानी का आवंटन किया गया है, जिसे 4 पाणों (जिनमें प्रत्येक के लिए 22 दिन का समय निर्धारित है) के माध्यम से किसानों को वितरित किया जाएगा।
कमांड क्षेत्र में
सिंचाई की योजना
सिंचाई के लिए
पानी का वितरण पाली और जालोर जिले के 38,671 हेक्टेयर क्षेत्र में किया जाएगा। इस क्षेत्र में पाली जिले
के 33 गांव और जालोर
जिले के 24 गांव शामिल हैं।
इन गांवों के लगभग 38,600 किसान परिवारों को
इसका लाभ मिलेगा।
पहली पाण की
शुरुआत सोमवार से होगी, जो 22 दिनों तक चलेगी। इसके बाद अन्य पाणों की तारीखें इस प्रकार
हैं:
- दूसरी पाण: 4 दिसंबर
- तीसरी पाण: 4 जनवरी
- चौथी पाण: 4 फरवरी
प्रत्येक पाण के
दौरान 50 एमसीएफटी पानी
प्रतिदिन किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा, और कुल 4400 एमसीएफटी पानी चार
पाणों में दिया जाएगा, जो कुल 88 दिनों में वितरित किया जाएगा।
पानी की उपलब्धता
पिछले वर्षों में
नहर खोले जाने की स्थिति
जवाई बांध से पानी
छोड़ने के लिए पिछले वर्षों में निम्नलिखित तारीखों को नहर खोली गई:
- 2012-13: 1 नवंबर
- 2019-2020: 1 नवंबर
- 2022-23: 1 नवंबर
- 2023-24: 3 नवंबर (इस
वर्ष)
- 2010-11: 27 अक्टूबर
- 2011-12: 23 अक्टूबर
- 2015-16: 25 अक्टूबर
- 2016-17: 24 अक्टूबर
- 2017-18: 22 अक्टूबर
नहर सफाई की
समस्या
विशेष रूप से, सांडेराव रामदेवजी मंदिर के पास मुख्य नहर कचरे से
भरी हुई है। इसके अलावा, जालोर चौक पर भी नहर का
खालिया (साइट) कचरे से भरा पड़ा है, जिससे पानी के प्रवाह में दिक्कतें आ सकती हैं और किसानों
के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाएगा।
यह समस्या इस बात
का संकेत है कि नहरों की सफाई पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि किसानों को सिंचाई के लिए पानी ठीक
से मिल सके और उनकी फसलें प्रभावित न हों।
निष्कर्ष