सुमेरपुर में 2 और 3 दिसंबर को भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी और नवभारत सेवा ट्रस्ट के सहयोग से बोर्ड ऑफ डिसएबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन इंडिया और राजस्थान डिसएबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा एक विशेष दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा। यह टूर्नामेंट दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा, जो उन्हें खेल के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर देगा।
राजस्थान डिसएबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन की स्थापना और विकास
राजस्थान डिसएबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि बंजारा ने बताया कि राजस्थान में दिव्यांग क्रिकेट की शुरुआत 2007 में हुई थी। यह पहल सेवा संस्थान के माध्यम से की गई थी, जो दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विभिन्न सामाजिक गतिविधियों और खेलों का आयोजन करता है। इसके बाद, 2012 में राजस्थान कीड़ा परिषद जयपुर ने दिव्यांग क्रिकेट को एक नई पहचान देने के लिए आवेदन किया, जिससे राज्य में इस खेल को मान्यता मिल सके।
सात साल की मेहनत के बाद मिली मान्यता
रवि बंजारा ने बताया कि 7 वर्षों की कड़ी मेहनत और राजस्थान सरकार के सहयोग से, 2019 में राजस्थान डिसएबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन को भारत सरकार और राजस्थान सरकार के सहकारिता विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त हुई। इसके साथ ही, राजस्थान में दिव्यांग क्रिकेट को एक नया पहचान और सम्मान मिला।
टूर्नामेंट का आयोजन और उद्देश्य
इस टूर्नामेंट का आयोजन 2 और 3 दिसंबर को सुमेरपुर में किया जाएगा। राजस्थान डिसएबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन के नवनियुक्त चेयरमैन पंकज राज मेवाड़ा ने इस टूर्नामेंट की तारीखों की घोषणा करते हुए बताया कि इसमें 3 से 4 टीमों का मुकाबला होगा। यह टूर्नामेंट दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए अपनी क्षमता को साबित करने और खेल के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने का महत्वपूर्ण अवसर है।
सामाजिक सम्मान और भागीदारी
इस टूर्नामेंट के आयोजन में कई प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं और नेताओं की उपस्थिति रहेगी। कार्यक्रम में शाखा प्रवक्ता गिरीश शर्मा, जयंतीलाल जैन, राधेश्याम अग्रवाल, प्रकाश साकरिया, पोपटलाल जैन, अधिवक्ता जयंतीलाल माली, सुभाष मेवड़ा, झूमरलाल गर्ग, और अमन सैमसन भी उपस्थित रहेंगे। इन सभी का इस टूर्नामेंट को सफल बनाने में अहम योगदान रहेगा।
समाज में दिव्यांगों की अहम भूमिका को स्वीकार करना
यह टूर्नामेंट दिव्यांग व्यक्तियों के खेल में भागीदारी और योगदान को मान्यता देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस आयोजन का उद्देश्य दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देना, उनकी क्षमता और प्रतिभा को सामने लाना और समाज में उनके प्रति जागरूकता और सम्मान बढ़ाना है। दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए यह अवसर न केवल खेल के प्रति उनके जुनून को उजागर करने का है, बल्कि यह समाज में उनके स्थान को मजबूत करने का भी एक जरिया बनेगा।
निष्कर्ष
सुमेरपुर में आयोजित होने जा रहे इस दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट की तैयारी जोरों पर है। यह दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत होगा और उन्हें समाज में अपनी कड़ी मेहनत और खेल भावना के साथ पहचान बनाने का अवसर मिलेगा। यह आयोजन राज्य के दिव्यांग समुदाय के लिए न केवल खेल के क्षेत्र में, बल्कि समाज में उनके योगदान को स्वीकारने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है।