शिवगंज पवेलियन में श्री वंश विश्वकर्मा चैंपियन ट्रॉफी (V.V.C.T.) के पहले संस्करण का समापन एक विशेष पौधा-रसम कार्यक्रम के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर और पर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत उपस्थित रहे, जबकि कार्यक्रम के दौरान समाजसेवी मंछाराम सुथार ने विजेता टीमों को ट्रॉफी और पुरस्कार राशि से सम्मानित किया। साथ ही, पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए बरगद, नीम, पीपल, और गूगल के पौधे भेंट कर एक महत्वपूर्ण संदेश दिया गया।
तीन दिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट
वी.वी.सी.T. कमेटी द्वारा आयोजित इस तीन दिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट में विभिन्न क्षेत्रों से 6 टीमों ने भाग लिया। विजेता टीम "थंडर स्ट्राईकर सुमेरपुर" को 11,000 रुपये की राशि और "उपविजेता टीम" "सनराइजर्स 11 शिवगंज" को 5,100 रुपये की राशि प्रदान की गई। कमेटी ने इन टीमों को सम्मानित करने के साथ-साथ उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन को सराहा।
पौधारोपण और पर्यावरण जागरूकता
कार्यक्रम में ओमप्रकाश कुमावत ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य न केवल खेल को प्रोत्साहित करना है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाना है। उन्होंने कार्यक्रम में स्मृति चिन्ह प्राप्त किया और कमेटी की सराहना की। कुमावत ने विजेता टीमों को बधाई दी और पर्यावरण संरक्षण के लिए हर किसी से पौधे लगाने का आह्वान किया।
पुरस्कार और सम्मान
कमेटी द्वारा "बेस्ट गेंदबाज" और "बेस्ट मैन ऑफ द मैच" के पुरस्कारों की भी घोषणा की गई। इन पुरस्कारों से खिलाड़ियों को उनकी शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता मंछाराम सुथार और कमेटी के सदस्य सुरेश भारद्वाज, कैलाश भारद्वाज, श्रवण भारद्वाज, पंकज सुथार, दिलीप सुथार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
द्वितीय संस्करण की घोषणा
कमेटी ने इस सफल आयोजन के बाद "V.V.C.T. के द्वितीय संस्करण" की घोषणा की और अगले संस्करण के आयोजन की योजना बनाई। कार्यक्रम के समापन की घोषणा श्रवण भारद्वाज द्वारा की गई, जिन्होंने सभी सहभागियों और भामाशाहों का आभार व्यक्त किया।
निष्कर्ष
इस आयोजन ने न केवल क्रिकेट को प्रमोट किया, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता भी फैलायी। कमेटी की सराहनीय पहल और राष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर ओमप्रकाश कुमावत की सक्रिय भागीदारी ने इस कार्यक्रम को एक नई दिशा दी। क्रिकेट और पर्यावरण के क्षेत्र में आगे भी ऐसे कार्यक्रम होते रहेंगे, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव आयेगा।